Nidhi Saxena

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सारथी मेरे बने रहना तुम


मेरे साथी तुम मेरे सारथी तुम ।
मेरी हर वंदना में तुम ।
तुमसे ही हौसला मेरा ।
तुमसे ही है पहचान ।
जब से नाम तेरा लिया मैने ।
तब से बने बिगड़े काम मेरे।
नही कसर छोड़ी थी किसी ने ।
मुझे नीचे गिराने में ।
लेकिन हर बार बन मेरा साथी।
तुमने मुझे उठाया है ।
और फिर से दौड़ में 
दौड़ने का हौसला जगाया है ।
मै तो काबिल नही थी ।
तेरा गान भी मैं गाऊं ।
लेकिन तूने ऐसी कृपा करी ।
अब हर पल मन में तुझे ही गुनगुनाऊं ।
बस इतनी सी है अर्जी मेरे कान्हा ,
मेरे साथी मेरे सारथी हमेशा बने रहना ।
जय श्री राधे कृष्णा 🙏🙏🙏🙏🙏
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
        दासी ; नीर (निधि सक्सैना)✍️

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1 Comments

Gunjan Kamal

05-Dec-2022 09:40 AM

बेहतरीन अभिव्यक्ति

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